Cryptocurrency meaning in Hindi, legal है या नहीं 2024.

आज की इस पोस्ट में हम जानने वाले है meaning of cryptocurrency in Hindi, क्रिप्टोकोर्रेंसी काम कैसे करता है? क्या ये भारत में लीगल है? आज की इस पोस्ट में हम इन्ही सवालों के बारे में जानेंगे हिंदी में. तो सबसे पहले हम जान लेंगे की cryptocurrency kya hai?

Cryptocurrency meaning in Hindi?

Bitcoin 2024 price- INR 2500000

Cryptocurrency ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी पर आधारित डिजिटल वर्चुअल करेंसी है. जिसका इस्तेमाल हमलोग इंटरनेट पर लेनदेन, निवेश और एक अस्सेस्ट के तौर पर कर सकते है. दुनिया की सबसे पहली क्रिप्टोकोर्रेंसी बिटकॉइन है जिसे साल 2008 में किसी सातोशी नाकामोतो नामक इंसान या डेवलपर के समूह ने लांच किया था. आज ये दुनिया की सबसे बड़ी और पॉपुलर क्रिप्टोकोर्रेंसी है. बिटकॉइन और एथेरेयम जैसे क्रिप्टोकोर्रेंसी आज सरकार द्वारा जारी किये जाने वाले पैसे के अल्टरनेटिव के तौर पर इसका इस्तेमाल किया जा रहा है.

क्रिप्टोकोर्रेंसी को एक जगह से दूसरे जगह भेजना काफी आसान सस्ता और तेज़ है. जिसके वजह से इसका इस्तेमाल किया जा रहा है. इसके इस्तेमाल से हमलोग किसी भी मूल्य को किसी मिडिल मैन के बिना भेज सकते है. इसमें किसी बैंक या पेमेंट प्रोसेसर की जरुरत नहीं पड़ती है. तो उम्मीद है की, आप सब समझ चुके है, की क्रिप्टोकोर्रेंसी क्या है?

क्रिप्टोकोर्रेंसी कैसे काम करता है?

क्रिप्टोकोर्रेंसी internet के माध्यम से लेन-देन का तरीका इसमें किसी भी चीज़ को एक्सचेंज किया जा सकता है अगर सीधी भाषा में जाना जाये तो. हम इसी medium of exchange कह सकते है. Cryptocurrency को digital money भी कहा जाता है.

Cryptocurrency cryptographical function का इस्तेमाल करके वित्तीय लेन-देन को पूरा करती है. इस तरह की करेंसी को कोई कण्ट्रोल नहीं करता है, ये पूरी तरह से decentralized होते है.

मतलब इन पर किसी का कण्ट्रोल नहीं होता है, इसके लिए ये सभी Blockchain Technology का इस्तेमाल करती है.

इनके द्वारा किया गया ट्रांसक्शन पूरी तरह से सुरक्षित रहता है. इसके बारे में सिर्फ भेजने वाले और पाने वाले को पता होता है(ट्रांसक्शन के बारे में).

क्रिप्टोकोर्रेंसी को किसी के पास भेजा जा सकता है private key और  public key के इस्तेमाल से, इन सभी ट्रांसक्शन की processing fee बहुत कम होती है.

आज क्रिप्टो करेंसी के बारे में हर कोई जनता है, और इसी कोई भी खरीद  सकता है.

आपको पहले ही बता देता हूँ की blockchain और क्रिप्टोकोर्रेंसी की basic concept को समझना भी बहुत मुश्किल है, मुझे ये नहीं बोलना चाहिए लेकिन ये सच है. बहुत बड़े-बड़े banker और वैज्ञानिक भी अच्छी तरह से नहीं समझ पाए है.

यहाँ पर मैं आपको एक ओवरव्यू देने की कोसिस कर रहा हूँ, जिससे आप इसका इस्तेमाल सही तरीके से कर पाए और इससे कुछ रुपये कमा पाए.

कुछ लोग क्रिप्टो करेंसी के बारे में जानते है, लेकिन आपको बता दे Satoshi Nakamto को bitcoin का जनक कहा जाता है, और ये किसी खोज के दौरान इसका अविष्कार हुआ था.

बिटकॉइन दुनिया का पहला क्रिप्टोकोर्रेंसी है और सबसे जय्दा कीमती भी.

2008 के एक अनाउंसमेंट में Satoshi ने कहा था की उन्होंने एक peer-to-peer electronic cash system ईजाद किया है.

Bitcoin की खोज से Satoshi ने decentralized digital cash system को बना लिया था. 90 के दसक में बहुत कोसिस हुए थे इस तरह के करेंसी को बनाने की पर सभी असफल हुए थे.

Satoshi भी centralized तरीके का इस्तेमाल कर रहे थे और फेल हो रहे थे, तो उन्होंने डिजिटल कॅश सिस्टम बनाने की कोसिस के बिना किसी Central Authority के, बिलकुल peer-to-peer file sharing नेटवर्क की तरह. और यही से हुआ क्रिप्टोकोर्रेंसी का जन्म.

what is cryptocurrency?

यहाँ पर पेमेंट करने के लिए आपको चाहिए एक पेमेंट नेटवर्कaccount(यहाँ से आप Bitcoin wallet account बना सकते है), balance और ट्रांसक्शन.

ये तो आसान है समझना, लेकिन इस तरह के पेमेंट network की परेशानी ये होती है की किसी भी balance का do bar इस्तेमाल रोकना किसी peer(भेजने वाला) से, इसे डबल spending कहते है.

इसे rokane के लिए एक सेंट्रल सर्वर की जरुरत परती है जो नेटवर्क के सारे ट्रांसक्शन का रिकॉर्ड रखती है, लेकिन hume पता है की क्रिप्टोकोर्रेंसी decentralized network का इस्तेमाल करती है.

ये पर तो इसकी खासियत है, बिटकॉइन सेंट्रल सर्वर का इस्तेमाल नहीं करती है, बिटकॉइन के नेटवर्क में बहुत सारे कम्प्यूटर्स जुड़े होते है जिसे हम node बोलते है लेन-देन करने वाले.

और जब भी कोई नया ट्रांसक्शन आता है बिटकॉइन नेटवर्क में सारे peer के रिकार्ड्स को चेक किया जाता है की जो अभी ट्रांसक्शन हुआ है वो ड्यूल स्पेंड ट्रांसक्शन तो नहीं अगर नहीं है तो कम्पलीट हो जाता है.

आपको बता दे ये रिकॉर्ड को कोई नहीं देख सकता मतलब कोई जिसने बनाया है वो भी नहीं.

एक बात और जो इन सभी ट्रांसक्शन को वेरीफाई करते है उन्हें miners कहते है.

Cryptocurrency meaning in Hindi

ब्लॉकचैन और क्रिप्टोकोर्रेंसी

यहाँ पर ट्रांसक्शन बहुत ही जल्द होता है, लेकिन जब तक कन्फर्म नहीं होता तब तक कम्पलीट नहीं होता है.
Blockchain में confirmation बहुत ही पेचीदा विषय है. कन्फर्म हो जाने के बाद इसे रिवर्स नहीं किया जा सकता है.

ब्लॉकचैन में ट्रांसक्शन कन्फर्म कौन करता है?

सिर्फ miners ही ब्लॉकचैन नेटवर्क में ट्रांसक्शन कन्फर्म कर सकता है. और ट्रांसक्शन को कन्फर्म करने के लिए ही miners को उसके payment network के कुछ coin मिलते है.

कुछ जाने माने क्रिप्टोकोर्रेंसी

  • Ethereum
  • Bitcoin
  • Litecoin
  • Ripple
  • Monero
  • BAT(Basic Attention Token)

तो बस आज के इस पोस्ट में बस इतना ही, अगर आपको ये(Cryptocurrency meaning in Hindi) पोस्ट अच्छा लगा तो इसे जरूर शेयर करे.

क्रिप्टोकोर्रेंसी से जुड़े तथ्य

  • क्रिप्टोकोर्रेंसी एक डिजिटल या वर्चुअल मुद्रा है जिसका उपयोग भुगतान करने के लिए किया जाता है। इसे ब्लॉकचेन तकनीक का उपयोग करके बनाया और सुरक्षित किया जाता है।
  • क्रिप्टोकोर्रेंसी को “डिजिटल गोल्ड” के रूप में भी जाना जाता है क्योंकि इसकी limited supply होती है और इसे सरकारों या केंद्रीय बैंकों द्वारा नियंत्रित नहीं किया जाता है।
  • सबसे प्रसिद्ध क्रिप्टोकोर्रेंसी बिटकॉइन है, जिसकी स्थापना 2008 में सातोशी नाकामोतो नामक एक गुमनाम व्यक्ति या व्यक्तियों के समूह ने की थी।
  • अन्य लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी में ईथर, लिटकॉइन, बिटकॉइन कैश और डॉजकॉइन शामिल हैं।
  • क्रिप्टोकरेंसी के कई फायदे हैं:
    • वे पारंपरिक मुद्राओं की तुलना में अधिक सुरक्षित हैं क्योंकि वे ब्लॉकचेन तकनीक का उपयोग करते हैं।
    • वे अंतरराष्ट्रीय भुगतान को आसान और सस्ता बना सकते हैं।
    • वे सरकारों या केंद्रीय बैंकों द्वारा नियंत्रित नहीं हैं, जिससे वे अधिक स्वायत्तता प्रदान करते हैं।
  • क्रिप्टोकरेंसी के कई नुकसान भी हैं, जिनमें शामिल हैं:
    • वे अस्थिर हैं, जिसका अर्थ है कि उनकी कीमतें तेजी से बढ़ या घट सकती हैं।
    • वे अभी भी अपेक्षाकृत नई हैं और उनके बारे में बहुत कुछ पता नहीं है।
    • इसे फ्रॉड के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है, इसे टेरर फंडिंग के लिए भी शुरू किया जा सकता है.

क्रिप्टोकरेंसी का भविष्य

क्रिप्टोकरेंसी अभी भी एक अपेक्षाकृत नई तकनीक है और इसका भविष्य अनिश्चित है। हालांकि, कुछ लोग मानते हैं कि क्रिप्टोकरेंसी पारंपरिक मुद्राओं को बदल सकती है, जबकि अन्य मानते हैं कि यह कुछ समय में ख़त्म हो जाएगी।

क्रिप्टोकरेंसी के भविष्य पर कुछ कारक जो प्रभाव डाल सकते हैं:

  • सरकारों और केंद्रीय बैंकों की प्रतिक्रिया
  • क्रिप्टोकरेंसी के उपयोग में वृद्धि
  • तकनीकी विकास

यदि सरकारें और केंद्रीय बैंक क्रिप्टोकरेंसी को अपनाना शुरू करते हैं, तो यह उनकी स्वीकृति और स्वीकार्यता को बढ़ा सकता है। यदि क्रिप्टोकरेंसी का उपयोग बढ़ता है, तो यह उनके मूल्य को बढ़ा सकता है। और यदि तकनीकी विकास क्रिप्टोकरेंसी को अधिक कुशल और उपयोग में आसान बनाता है, तो यह उपयोग को बढ़ा सकता है।

कुल मिलाकर, क्रिप्टोकरेंसी एक उभरती हुई तकनीक है जिसका भविष्य अभी भी अनिश्चित है। हालांकि, क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने से पहले, संभावित जोखिमों और लाभों को समझना महत्वपूर्ण है।

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